प्रताप नगर में बनेगा प्रदेश का पहला कोचिंग हब

 -कोचिंग हब संचालन के लिए मण्डल मुख्यालय में कार्यशाला आयोजित
-100 से अधिक कोचिंग संचालकों ने लिया कार्यशाला में भाग

जयपुर। राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से प्रताप नगर में बनाए जा रहेे कोचिंग हब के संचालन के लिए बुधवार को मण्डल स्थित मीटिंग रूम में प्रदेश के कोचिंग संस्थानों के संचालकों के साथ कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला की अध्यक्षता आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने की,जिसमें लगभग 100 से अधिक कोचिंग संस्थान के संचालकों ने भाग लिया। 


आवासन आयुक्त ने बताया कि प्रतिष्ठित प्रताप नगर आवासीय योजना में मण्डल की ओर से निर्माणाधीन प्रदेश के प्रथम सुनियोजित कोचिंग हब परिसर में कोचिंग संस्थानों के लिए विभिन्न आवश्यकताओं एवं सुविधाओं के आकलन के लिए प्रदेश के अग्रणी कोचिंग संस्थानों के संचालकों के साथ विचार-विमर्श कर उनके सुझाव आमंत्रित किए गए। 

कार्यशाला में सभी के लगभग यही सुझाव थे कि इस कोचिंग हब में स्थान आवंटन के समय उन लोगों को प्राथमिकता मिले जो पहले से ही इस व्यवसाय में हैं। उन्होंने बताया कि कोचिंग हब में ग्राउंड फ्लोर का ऑक्शन किया जाएगा वहीं अन्य फ्लोरों का आवंटन किया जाएगा। आवंटन की शर्तें जल्द निर्धारित कर ली जाएंगी। 

उन्होंने बताया कि कोचिंग हब में दरों को उचित रखने के भी सुझाव आए है,जिन पर मण्डल सकारात्मक रूप रखेेगा। हालांकि मंडल कोचिंग हब का निर्माण लाभ के लिए नहीं बल्कि लोगों की सुविधा के लिए कर रहा है। कोचिंग संचालकों की ओर से छात्रों के रहने के लिए भी चिंता व्यक्त की,जिस पर आयुक्त ने कहा कि इस कोचिंग हब के साथ में मण्डल कुछ ऐसे प्लॉट्स भी ऑक्शन करेगा जहां छात्रों के रहने के लिए पीजी और हॉस्टल बन सकें। 

 231 करोड़ रुपए होंगे खर्च

आवासन आयुक्त  पवन अरोड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की अनुपालना में जयपुर की प्रतिष्ठित प्रताप नगर आवासीय योजना के सेक्टर-16 में लगभग 70 हजार विद्यार्थियों की क्षमता वाले प्रदेश के पहले कोचिंग हब का निर्माण किया जा रहा है। यह कोचिंग हब 67 हजार वर्गमीटर क्षेत्र बनाया जा रहा है। इस कोचिंग हब की खास बात यह है कि यहां उपलब्ध भूमि के 30 प्रतिशत क्षेत्र में ही निर्माण किया जा रहा है और 70 प्रतिशत क्षेत्र खुला ही रहेगा। इस कोचिंग हब का निर्माण दो फेज में कराया जाएगा। इस कोचिंग हब के निर्माण पर 231 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

दो फेज में होगा कोचिंग हब का निर्माण

कोचिंग हब का निर्माण दो फेज में करवाया जाएगा। इनमें प्रथम फेज में 5 और द्वितीय फेज में 3 टावर बनेंगे। कोचिंग हब में कुल 8 सांस्थानिक टावर बनेंगे। प्रत्येक सांस्थानिक भवन में प्रतितल 5000 वर्गफीट से लेकर 14 हजार वर्गफीट तक के कारपेट क्षेत्र को कोचिंग संस्थानों को बेचने का प्रावधान रखा गया है। प्रत्येक टावर 7 मंजिल का होगा, जिसमें कुल 1 लाख वर्गफीट क्षेत्रफल निर्मित किया जाएगा। इन सभी भवनों के नीचे भूतल पार्किंग को विकसित किया जाएगा। कोचिंग हब में 50 हजार वर्गफीट क्षेत्र में 7 मंजिला लाइब्रेरी का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही 800 व्यक्तियों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा। छात्रों को रहने के लिए 1100-1100 वर्गमीटर के हॉस्टल व पीजी के लिए 4 भूखंड विकसित किए गए हैं। यह प्रोजेक्ट 42 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। कोचिंग हब के प्रथम फेज का निर्माण कार्य प्रगति पर है,जो कि सन् 2022 में पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही दूसरे फेज का निर्माण कार्य भी दिसम्बर,2023 तक पूर्ण हो जाएगा। 

यह होगा यहां खास

यहां दो फूड कोर्ट, शोरूम, चिकित्सालय, दुपहिया और चारपहिया वाहन पार्किंग,जॉगिंग ट्रेक, वैलनेस सेंटर, बास्केटबॉल,टेनिस बॉल कोर्ट,ओपन जिम, सीसीटीवी, कैमरे, सोलर एनर्जी सिस्टम,प्रत्येक ब्लॉक में सेनेटाइजर स्टेशन जैसी सभी जरूरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

ये थे उपस्थित

बैठक में वित्तीय सलाहकार संजय शर्मा,मुख्य सम्पदा प्रबंधक कश्मि कौर, अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता  नत्थूराम, संजय पूनिया,राजस्थान कोचिंग इंस्टीट्यूट एसोसिएशन के सह अध्यक्ष  रघुवीर सिंह डागुर,प्रदेश संयोजक  अनीष कुमार सहित बड़ी संख्या में कोचिंग संस्थानों के संचालक उपस्थित थे।